लखनऊ । उत्तर प्रदेश में बिजली के स्मार्ट प्री-पेड मीटर तकनीकी जांच में फेल हो गए हैं। इसके लिए जिम्मेदार तीन कंपनियों को अब ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। एलाइड इंजिनियरिंग वर्क्स द्वारा सप्लाई किए गए इन मीटरों में गलत लोड फैक्टर दर्शाने और हर दो घंटे में आरटीसी ड्रिप की समस्या सामने आई है। पावर कॉरपोरेशन की आईटी टीम द्वारा की गई जांच में यह तकनीकी दोष पाए गए हैं, जिसके बाद तीन कंपनियों को नोटिस जारी कर दिया गया है। इन तीन कंपनियों में जीएमआर, पोलरिस और इंटली स्मार्ट को फौरन इन खामियों को दूर करने का आदेश दिया गया है। पावर कॉरपोरेशन ने इन कंपनियों के सीईओ से एक डिटेल्ड एक्शन प्लान और टाइमलाइन भी मांगा है। राज्य में लगभग 3.45 करोड़ उपभोक्ताओं के लिए पुराने मीटरों की जगह नए स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जा रहे हैं। अब तक करीब पौने तीन लाख घरों में ये नए मीटर लगाए जा चुके हैं, लेकिन ये मीटर प्री-पेड मोड में काम नहीं कर रहे हैं। 

स्मार्ट मीटरों की गुणवत्ता पर पहले भी उठे सवाल
इससे पहले भी स्मार्ट मीटरों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए थे। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष, अवधेश वर्मा ने आरोप लगाया था कि मीटरों में चीनी कंपोनेंट का इस्तेमाल किया गया है और जब इन मीटरों की गारंटीड टेक्निकल पर्टिकुलर्स स्वीकृत की जा रही थी, तब उन्होंने पावर कॉरपोरेशन को चेतावनी दी थी।