नई दिल्‍ली/अमेरिका । अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालते ही पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। अपनी नीतियों को तत्‍काल लागू करना शुरू कर दिया है। इनमें अवैध प्रवासियों को देश से बहार निकालना भी एक है। कुछ दिनों पहले ही अमेरिका ने 104 भारतीयों को वापस भारत भेजा था। इनके पास यूएसए में रहने के लिए वैध दस्‍तावेज नहीं थे। अब एक बार फिर से ट्रंप सरकार ने भारत को ऐसे लोगों की लंबी-चौड़ी लिस्‍ट सौंपी है। इसमें 295 भारतीयों के नाम हैं, जिनके पास कथि‍त तौर पर अमेरिका में रहने के लिए वैलिड डॉक्‍यूमेंट नहीं हैं। अमेरिकी अथॉरिटी का आरोप है कि ये लोग अवैध तरीके से अमेरिका में दाखिल हुए थे। फिलहाल इनलोगों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। प्रोसेस शुरू होने के बाद उन्‍हें भारत डिपोर्ट किया जाएगा।
इससे पहले अमेरिका ने 104 ऐसे भारतीयों को इंडिया डिपोर्ट किया था, जो बिना वैध दस्‍तावेज के वहां रह रहे थे। अमेरिका का मानना है कि इन लोगों ने कानूनी तरीकों का पालन न करते हुए देश में दाखिल हुए थे और यहां आकर रहने लगे थे। ट्रंप सरकार ने अवैध तरीके से देश में दाखिल हुए लोगों को वापस उनके देश भेजने की नीति पर अमल करना शुरू कर दिया। हालांकि, अमेरिका ने जिस तरह से भारतीयों को वापस भेजा है, उसको लेकर काफी आलोचनाएं हुई हैं। भारतीयों को हथकड़ी में जकड़ कर भारत भेजा गया था। सभी 104 भारतीयों को आर्मी के स्‍पेशल एयरक्राफ्ट से अमृतसर भेजा गया था। बताया जा रहा है कि ये 295 भारतीय वैसे 487 लोगों में शामिल हैं, जिनके बारे में अमेरिका को लगता है कि वे भारतीय हैं और बिना वैलिड डॉक्‍यूमेंट के वहां रह रहे हैं।
फॉरेन सेक्रेटरी विक्रम मिस्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा पर विस्‍तृत जानकारी दी। उन्‍होंने कहा, ‘फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 से 12 फरवरी 2025 तक फ्रांस की यात्रा पर रहेंगे। यह यात्रा फ्रांस द्वारा आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिखर सम्मेलन के आयोजन के अवसर पर हो रही है। पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ इस AI एक्शन शिखर सम्मेलन की को-चेयरमैनशिप करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 10 फरवरी की शाम को पेरिस पहुंचेंगे। वह उसी शाम राष्ट्रपति मैक्रों द्वारा सरकार के प्रमुखों और राष्ट्राध्यक्षों के सम्मान में एलिसी पैलेस में आयोजित रात्रिभोज में शामिल होंगे।